मालेगांव बम धमाके की आरोपी और भोपाल से बीजेपी उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने 26/11 मुंबई आतंकी हमले में शहीद हुए मुंबई एटीएस चीफ हेमंत करकरे पर अपमानजनक टिप्पणी की है।
साध्वी प्रज्ञा ने कहा कि उन्हें (हेमंत करकरे) उनके कर्मों की सजा मिली है, क्योंकि उन्होंने मुझे गलत तरीके से फंसाया था। साध्वी ने कहा, “मैंने उसे कहा था तेरा सर्वनाश होगा, उसने मुझे गालियां दी थीं। जिस दिन मैं गई तो उसके यहां सूतक लगा था और जब उसे आतंकियों ने मारा तो सूतक खत्म हुआ”।
आतंक की आरोपी प्रज्ञा ठाकुर की तरफदारी करने वाली मीडिया शर्म करे, ये पत्रकारिता की मौत है
साध्वी प्रज्ञा के इस बयान की चौतरफा आलोचना हो रही है। अब आईपीएस एसोसिएशन ने भी साध्वी के बयान पर आपत्ति जताई है। आईपीएस एसोसिएशन के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से लिखा गया,
“अशोक चक्र से सम्मानित आईपीएस श्री हेमंत करकरे ने आतंकवादियों से लड़ते हुए सर्वोच्च बलिदान दिया। हम वर्दी वाले एक उम्मीदवार द्वारा दिए गए अपमानजनक बयान की निंदा करते हैं और मांग करते हैं कि हमारे सभी शहीदों के बलिदान का सम्मान किया जाए”।
Ashok Chakra awardee late Sri Hemant Karkare, IPS made the supreme sacrifice fighting terrorists. Those of us in uniform condemn the insulting statement made by a candidate and demand that sacrifices of all our martyrs be respected.
— IPS Association (@IPS_Association) April 19, 2019
साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को भारतीय जनता पार्टी ने भोपाल से मैदान में उतारा है। यहां उनका मुकाबला कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह से है। हालांकि आतंकवाद के केस में आरोपी साध्वी प्रज्ञा को टिकट दिए जाने पर ऐतराज़ जताया जा रहा है। विरोधी दल के नेता और मालेगांव ब्लास्ट के पीड़ित परिवार साध्वी की उम्मीदवारी रद्द किए जाने की अपील कर रहे हैं।
साध्वी प्रज्ञा ने मुंबई हमले के शहीदों का किया अपमान, बोला- मेरे श्राप से मरा ‘हेमंत करकरे’
बता दें कि साध्वी प्रज्ञा ठाकुर साल 2008 के मालेगांव ब्लास्ट केस की मुख्य आरोपी रही हैं। वह इस केस में 9 सालों तक जेल में भी रही हैं। इस केस में वह अभी भी आरोपी हैं। इस धमाके में 7 लोगों की मौत हो गई थी और करीब 80 लोग जख्मी हुए थे।