देशभर में शहरों के नाम बदलने की चर्चा जोरो पर है। पिछले कुछ महीनों में जिस तरह से उत्तर प्रदेश के कई शहरों के नाम बदल दिए गए इसपर विपक्ष ने योगी सरकार समेत बीजेपी पर जमकर हमला बोला है।

वहीँ ‘नाम बदलो’ सियासत के पीछे सीएम योगी का मानना है कि ये इतिहास को सही करने की कोशिश है और कुछ नहीं।

‘नाम बदलो’ सियासत पर गुजरात के विधायक जिग्नेश मेहवाणी ने सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री मोदी का नाम ही बदलने की सलाह दे दी।

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जिग्नेश ने सोशल मीडिया पर लिखा- सुना है, ये नाम बदलने का दौर है, तो क्यों न गप्पू जी का भी नाम बदल दिया जाए।

जिग्नेश ने आगे कहा कि नरेंद्र मोदी को राफेल मोदी कर दिया जाए और गुजरात भाजपा कार्यालय का नाम ‘कमलम’ से बदलकर ‘कंशनट्रेशन कैम्प’ कर दिया जाए।

बता दें कि योगी सरकार ने पिछले दिनों कुंभ की तैयारी के दौरान ही इलाहाबाद का नाम प्रयागराज कर दिया था।

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जिसके बाद गुजरात और महाराष्ट्र के शहरों के नाम बदलने की खबरें आई थी। नाम बदलने की पीछे वजह उस इतिहास को खत्म करना है जिसे बीजेपी और संघ पसंद नहीं करते है।

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