वाराणसी लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रत्याशी तेज बहादुर यादव की उम्मीदवारी रद्द किए जाने पर दिल्ली के मुख्यमंत्री एवं आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने तीखी प्रतिक्रिया दी है।
उन्होंने कहा कि तेज बहादुर का नामांकन इसलिए रद्द किया गया, क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के जवान से डर गए हैं। केजरीवाल ने ट्विटर के ज़रिए कहा,
“इतिहास में ऐसे कम मौक़े होंगे जब उस देश का जवान अपने PM को चुनौती देने को मजबूर हो। पर इतिहास में ये पहला मौक़ा है कि एक PM एक जवान से इस क़द्र डर जाए कि उसका मुक़ाबला करने की बजाए तकनीकी ग़लतियाँ निकाल कर नामांकन रद्द करा दे”।
उन्होंने नामांकन रद्द किए जाने को तेज बहादुर की जीत बताते हुए आगे कहा, “मोदी जी, आप तो बहुत कमज़ोर निकले। देश का जवान जीत गया”।
इतिहास में ऐसे कम मौक़े होंगे जब उस देश का जवान अपने PM को चुनौती देने को मजबूर हो
पर इतिहास में ये पहला मौक़ा है कि एक PM एक जवान से इस क़द्र डर जाए कि उसका मुक़ाबला करने की बजाए तकनीकी ग़लतियाँ निकाल कर नामांकन रद्द करा दे
मोदी जी, आप तो बहुत कमज़ोर निकले। देश का जवान जीत गया https://t.co/Bwb9qJEmyf
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) May 1, 2019
तेजबहादुर का नामांकन रद्द किए जाने पर यह दलील दी गई है कि उन्होंने बीएसएफ से बर्खास्तगी की दो अलग-अलग जानकारी दी थी। वाराणसी के रिटर्निंग ऑफिसर ने उन्हें इस संबंध में नोटिस भेजकर बुधवार तक जवाब तलब किया था।
तेज बहादुर से नोटिस में कहा गया था कि वह बीएसएफ से एनओसी लेकर आएं, जिसमें यह साफ किया गया हो कि उन्हें किस वजह से नौकरी से बर्खास्त किया गया था।
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गौरतलब है कि जबसे तेज बहादुर यादव को समाजवादी पार्टी ने अपना उम्मीदवार बना दिया है तबसे देशभर में उन्हें लाखों लोगों का समर्थन मिल रहा है और ये सब देखकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पूरी तरह से घबराई हुई है क्योंकि एक बहस छिड़ गई है कि वाराणसी में चुनाव कथित चौकीदार बनाम असली चौकीदार हो गया है।
तेज बहादुर यादव के लिए लोगों का समर्थन देखकर बीजेपी तरह-तरह के हथकंडे अपना रही है इसीलिए चुनाव आयोग के जरिए तेज बहादुर यादव के नामांकन रद्द करवाने का भी आरोप बीजेपी पर ही लग रहे हैं।