पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह बुधवार को इंदौर पहुंचे। यहां उन्होंने राफेल से लेकर बेरोज़गारी और देश के कई अहम मुद्दों को उठाते हुए केंद्र और राज्य की बीजेपी पर जमकर हमला बोला।

चुनावी रैली से पहले मीडिया से बात करते हुए पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि राफेल डील पर देश में ऊहापोह की स्थिति बनी हुई है। मोदी सरकार से विपक्षी पार्टियां और कई राजनीतिक समूह मीटिंग की बात कर रहे हैं लेकिन सरकार तैयार नहीं है इससे पता चलता है कि इस सौदे में ज़रूर दाल में कुछ काला है।

मनमोहन सिंह ने मोदी सरकार पर वादा खिलाफी का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि 2014 में नरेंद्र मोदी ने देश में हर साल दो करोड़ युवाओं को नौकरी देने का वादा किया था, लेकिन वह अपना वादा पूरा करने में नाकाम रहे हैं। अगर श्रम विभाग के आंकड़ों को खंगाले तो स्थिति काफी निराशाजनक नज़र आती है।

मनमोहन सिंह बोले- राफेल डील की जांच नहीं करवा रहे हैं मोदी, दाल में कुछ काला है

पूर्व प्रधानमंत्री ने मोदी सरकार के कालाधन वापस लाने के वादे का ज़िक्र करते हुए कहा कि मोदी जी ने हर किसी के बैंक खाते में 15-15 लाख देने का वादा किया था, जो किसी को भी नहीं मिले। उस वादे का क्या हुआ?

नोटबंदी पर बोलते हुए पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा, ‘मैंने पहले ही संसद में कहा था कि यह संगठित लूट का हिस्सा है।’ जबकि जीएसटी पर उन्होंने कहा कि इसे बगैर पूरी तैयारी और खास योजना के साथ लागू किया गया। जिसके बुरे परिणाम देखने को मिले।

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मनमोहन सिंह ने मोदी सरकार को राष्ट्रीय संस्थानों के लिए खतरनाक बताया। उन्होंने कहा, ‘मोदी सरकार के राज में बड़े राष्ट्रीय संस्थानों पर कब्जा करने की कोशिश की जा रही है। लोकतंत्र और कानून का राज खतरे में है।’

इसके साथ ही मनमोहन सिंह ने राज्य की शिवराज सरकार को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में किसान बेहाल है। लोन, फसल और सुविधाएं नहीं मिलने से किसान की स्थिति दयनीय बनी हुई है।

राज्य की शिवराज सरकार किसानों की समस्या पूरा करने में नाकाम रही है। उन्होंने इस दौरान राज्य में हुए सबसे बड़े व्यापमं घोटाले का भी ज़िक्र किया।

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