राफेल विमान खरीद मामले में आज सुप्रीम कोर्ट द्वारा मोदी सराकर को क्लीनचिट दिया जाना देश के वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण को रास नहीं आया है।

फैसले के बाद प्रशांत भूषण ने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट में राफेल मामले की जांच को लेकर डाली गई सभी याचिकाओं को खारिज कर देना एकदम गलत फैसला है।

प्रशांत भूषण ने कहा कि प्रधानमंत्री ने फ्रांस का दौरा किया जिसके बाद ज्यादा कीमत पर और बिना एयर फोर्स से पूछे नया समझौता किया है।

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साथ ही उन्होंने कहा है कि सरकार ने विमान खरीद मामले से जुड़ी जो भी सील बंद जानकारियां सुप्रीम कोर्ट को दी हैं उसकी हमें कोई जानकारी नहीं है।

फैसले के बाद प्रशांत भूषण ने ट्वीटर पर भी इस फैसले के खिलाफ जमकर लिखा है, उन्होंने एक के बाद एक कई ट्वीट कर करते हुए लिखा है कि राफेल डील को लेकर सुप्रीम कोर्ट का फैसला बहुत ही निराशाजनक है।

सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि राफेल डील की जांच के लिए आदेश देने की जरूरत नहीं है। कोर्ट ने कहा है कि सरकार ने जो उसे सील बंद लिफाफे में कीमत को लेकर जो जानकारियां दी है वह ठीक हैं यह जानकारियां हमें नहीं दिखाई गई हैं।

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आज ही कारवां मैग्जीन ने खुलासा किया है कि मोदी सरकार ने खुद विमान की कीमत 5.2 से 7.8 बिलियन यूरो बढ़ा दी थी।

बता दें कि आज सुप्रीम कोर्ट में राफेल विमान खरीद में हुए भ्रष्टाचार की जांच से जुड़ी सभी दाखिल याचिकाओं को खारिज कर दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने याचिकाओं को खारिज करने पर कहा है कि कोर्ट को रक्षा सौदे में हस्तक्षेप करने का कोई कारण नहीं मिला है।

इस फैसले के बाद मोदी सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप पर लगाकर हमलावर रहने वाली कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों को झटका लगा है।

हाल ही में तीन राज्यों में जीत करने वाली कांग्रेस पार्टी ने राज्य में अपने प्रचार के दौरान जमकर राफेल विमान में भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाया था। कांग्रेस प्रमुख राहुल गांधी ने अपनी हर रैली में विमान खरीद में शामिल उद्योगपति अनिल अंबानी और नरेंद्र मोदी सरकार के बीच सांठ-गांठ का आरोप लगाया था।

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