शहरों के नाम बदलने वाले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अब बुलंदशहर हिंसा में भीड़ द्वारा की गई इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की हत्या को दुर्घटना का नाम दे दिया है। उन्होंने इसे मॉब लिंचिंग का मामला मानने से इनकार कर दिया है। उनके मुताबिक हिंसा में इंस्पेक्टर सुबोध की मौत महज़ एक दुर्घटना है।
शुक्रवार को दिल्ली में आयोजित दैनिक जागरण के कार्यक्रम जागरण फोरम में सीएम योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कोई मॉब लिंचिंग नहीं हुई, बुलंदशहर की घटना महज़ एक दुर्घटना है।
सीएम योगी ने यह बात उस सवाल के जवाब में कही जिसमें उनसे पूछा गया कि भीड़ की हिंसा को नियंत्रित करने के लिए राज्य सरकार क्या कदम उठाने जा रही है?
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सीएम योगी ने इस सवाल को सिरे से ही खारिज कर दिया और कहा कि सूबे में कोई मॉब लिंचिंग की घटना नहीं हुई। उनके मुताबिक सूबे में मॉब लिंचिंग जैसी कोई समस्या ही नहीं। सीएम योगी ने भले ही सवालों से बचने के लिए समस्या को दर्घटना का नाम दे दिया हो, लेकिन इससे मॉब लिंचिंग जैसी गंभीर समस्या ख़त्म नहीं होने वाली।
सीएम योगी के इस बयान पर कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने तंज़ कसा है। उन्होंने ट्वीटर के ज़रिए कहा, “शहरों के नाम बदलते बदलते, दुखद और शर्मनाक हादसों का कारण और अंजाम भी बदलने लगे”?
शहरों के नाम बदलते बदलते, दुखद और शर्मनाक हादसों का कारण और अंजाम भी बदलने लगे? https://t.co/v2cEzt1gy1
— Priyanka Chaturvedi (@priyankac19) December 8, 2018
बता दें कि, बुलंदशहर में सोमवार यानी 3 दिसंबर को गोकशी की अफवाह के बाद इलाके में तनाव पैदा हो गया था। गाय के अवशेष मिलने की खबर पाते ही आस-पास के गांव वाले और बजरंग दल के कार्यकर्ता भी मौके पर पहुंच गए थे।
जिसके बाद सभी ट्रैक्टर पर अवशेषों को लादकर सड़क जाम करने पहुंच गए थे। लेकिन पुलिस ने ऐसा करने से रोक दिया था। इसके बाद भीड़ पुलिस पर टूट पड़ी थी। इस दौरान भीड़ ने इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की गोली मारकर बेरहमी से हत्या कर दी थी और पुलिस चौकी को आग के हवाले कर दिया था।
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हिंसा के बाद पुलिस ने इस मामले में 27 लोगों के नाम FIR दर्ज की। मामले में अभी तक चार गिरफ्तारियां हुई हैं। इस घटना का मुख्य आरोपी बजरंग दल का संयोजक योगेश राज है। जिसे पुलिस अभी तक पकड़ने में नाकाम रही है। पुलिस और प्रशासन पर उसे बचाने के आरोप भी लग रहे हैं।