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जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी में पुलिस की बर्बरता को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। वह जामिया में पुलिसिया कार्रवाई के विरोध में इंडिया गेट पर धरने पर बैठ गई हैं।
इससे पहले सोमवार को ही मीडिया से बातचीत करते हुए प्रियंका गांधी ने कहा कि सरकार ने संविधान और छात्रों पर हमला किया है। उन्होंने विश्वविद्यालय के अंदर घुसकर छात्रों पर हमला किया। हम संविधान के लिए लड़ेंगे, हम इस सरकार के खिलाफ लड़ेंगे।
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प्रियंका गांधी के इस धरना प्रदर्शन में कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता भी शामिल हुए हैं। जिसमें गुलाम नबी आजाद, अहमद पटेल, एके एंटनी, अम्बिका सोनी, मुकुल वासनिक, आशा कुमारी, केसी वेणुगोपाल, पीएल पुनिया जैसे नाम प्रमुख हैं। जानकारी के मुताबिक, प्रियंका गांधी की अगुवाई में कांग्रेस के ये नेता इंडिया गेट पर शाम 4 बजे से अगले 2 घंटों के लिए एक सांकेतिक विरोध प्रदर्शन करेंगे।
बता दें कि पुलिस ने रविवार को जामिया के छात्रों के खिलाफ बल का इस्तेमाल किया था। दरअसल, जामिया के छात्र नागरिकता संशोधन कानून का विरोध कर रहे थे। जिसके खिलाफ कार्रवाई करते हुए पुलिस जामिया के कैंपस में घुस गई और छात्रों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटना शुरु कर दिया।
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पुलिस ने अपनी हिंसक कार्रवाई के दौरान लाइब्रेरी और मस्जिद में बैठे छात्रों को भी नहीं बख्शा। पुलिस लाइब्रेरी और मस्जिद में घुस गई और छात्रों को बेरहमी से पीटा। इस दौरान पुलिस द्वारा छात्रों पर फायरिंग किए जाने की ख़बर भी सामने आई। हालांकि बोलता हिंदुस्तान पुलिस फायरिंग की ख़बरों की पुष्टी नहीं करता है।
हालांकि पुलिस ने लाइब्रेरी में घुसकर छात्रों की पिटाई की बात से इनकार किया है। लेकिन इस मामले के कई वीडियो सामने आए हैं, जिसमें साफ़तौर पर पुलिस को लाइब्रेरी में छात्रों पर लाठियां बरसाते देखा जा सकता है। पुलिस की इस बर्बर कार्रवाई में तकरीबन 60 छात्रों के घायल होने की ख़बर है। जिनमें कई छात्र इस तरह घायल हुए हैं कि उन्हें आईसीयू में रखा गया है।