सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के मात देने के लिए देश के अलग-अलग राज्यों में में बने ‘महागठबंधन’ ने पांच चरणों में अपना असर दिखा दिया है। इस बात को भाजपा के वरिष्ठ नेता भी अब मान बैठे हैं। BJP के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव ने कहा है कि, “इस लोकसभा चुनाव में भाजपा बहुमत से पीछे रह सकती है।”
2014 के चुनाव में पूर्ण बहुमत पाने वाले BJP खेमे में अब बेचैनी साफ़ देखी जा सकती है। भले ही भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और अरुण जेटली बोल रहे हैं, कि भाजपा इस बार भी अपने दम पर पूर्ण बहुमत हासिल करेगी।
वरिष्ठ नेता राम माधव ने ब्लूमबर्ग को दिए इन्टरव्यू में कहा, “BJP को उत्तर भारत के उन राज्यों में संभावित तौर पर नुकसान हो सकता है, जहाँ 2014 में रिकॉर्ड जीत मिली थी। अगर हम अपने दम पर 271 सीटें हासिल कर लेते हैं तो यह बहुत अच्छा होगा। उन्होंने कहा, अगर हम सत्ता में लौटते हैं तो विकासपरक नीतियों को आगे बढ़ाएंगे।”
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वहीं पिछले दिनों भाजपा के ही वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने ‘हफपोस्ट इंडिया’ को दिए इन्टरव्यू में पुलवामा आतंकी हमले को लेकर बड़ी बात कही थी। स्वामी ने कहा था कि, “अगर बालाकोट नहीं होता तो बीजेपी 160 सीट पर सिमट जाती।”
स्वामी ने ये भी स्वीकार किया था कि, मोदी सरकार ने पीएम मोदी पुलवामा हमले का चुनाव में फायदा लेना चाहते हैं। इसीलिए पीएम अपनी हर रैली में बालाकोट का जिक्र करते हैं।
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गौरतलब हो कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज ओड़िसा के मुख्यमंत्री और बीजद अध्यक्ष नवीन पटनायक की तारीफ की है। जबकि पीएम बसपा सुप्रीमो मायावती के प्रति नरम रूप दिखा चुके हैं। इन्हीं बातें से भाजपा की इस चुनाव में क्या स्थिति है इसका अंदाजा लगाया जा सकता है।