पांच राज्यों के चुनाव सिर पर हैं ऐसे में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सक्रियता रैलियों में दिखाई देने लगी है। पीएम मोदी और बीजेपी अपना पूरा जोर लगाकर राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ की अपनी सत्ता को कायम रखने की भरसक कोशिश कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री विपक्षी नेताओं को घेरते हुए उनपर हमला करते हैं।
पीएम मोदी के बारे में एक बात प्रसिद्द है कि वो कभी-कभी मौका देखकर भावुक हो जाते हैं। ऐसे कई मौके आए जब पीएम भावुक हुए जिसके बाद वो रोने लगे।
पीएम मोदी को चुनावी मंच संभालना आता है, तभी 2014 की चुनावी रैली में उन्होंने अपने आपको गरीब ‘चायवाला’ बताया था।
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उन्होंने वाराणसी में कहा था, “न मुझे किसी ने भेजा है, मैं यहाँ आया हूँ, मुझे तो माँ गंगा ने बुलाया है।” राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर मौके के हिसाब से अपने आपको चायवाला, गरीब बताने को लेकर तंज किया है।
आरजेडी के अधिकारिक ट्वीटर हैंडल से ट्वीट किया गया है कि, “चुनाव आ गए हैं! मैं चायवाला हूँ, मैं दलित हूँ, मैं गरीब था, मुझपर तरस खाओ, मेरी बातों में फिर से आओ और अपना भविष्य गँवाओ। अब ये सुनने को मिलेगा।”
चुनाव आ गए हैं! अब "मैं चायवाला हूँ, मैं दलित हूँ, मैं पिछड़ा हूँ, मैं गरीब था, मुझपर तरस खाओ, मेरी बातों में फिर से आओ और अपना भविष्य गँवाओ"! सुनने को मिलेगा!
— Rashtriya Janata Dal (@RJDforIndia) November 16, 2018
वहीं प्रधानमंत्री मोदी ने मध्य प्रदेश के शहडोल जिले में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि, “हमें मध्य प्रदेश को सुनहरा भविष्य देना है।
यह हमको तय करना है कि मध्य प्रदेश भविष्य में किस और जाए। आज मध्य प्रदेश जिस विकास को देख रहा है वह भारतीय जनता पार्टी की वजह से ही हुआ है।”
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बता दें कि किसानों के आत्महत्या के मामले में मध्य प्रदेश पूरे देश में पहले पायदान पर काबिज है। वहीं शिवराज सरकार ने 6 जून 2017 को एमपी के मंदसौर में प्रदर्शन कर रहे किसानों पर गोलियां चलवा दी थीं जिसकी वजह से पांच किसानों की मौत हो गई थी।