मोदी सरकार द्वारा आरबीआई से 3.6 लाख करोड़ रुपये की रकम मांगे जाने पर कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस का कहना है कि मोदी सरकार अपने राजनीतिक फायदे के लिए आरबीआई से पैसा लेना चाहती है ताकि 2019 के चुनाव में चुनावी रेवडी बांट सके।

दिल्ली के कांग्रेस मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने कहा कि मोदी सरकार के इस कदम से देश की अर्थव्यवस्था को बड़ा नुकसान हो सकता है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार अपने फायदे के लिए देश की अर्थव्यवस्था को चोट पहुंचाना चाहती है।

कांग्रेस नेता ने कहा कि ऐसा कदम 1934 से लेकर अब तक किसी भी सरकार ने नहीं उठाया है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि सेक्शन-7 का इस्तेमाल कर मोदी सरकार आरबीआई के फंड को हथियाना चाहती है। उन्होंने कहा कि सरकार की मंशा आरबीआई पर डाका डालना है।

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तिवारी ने कहा कि अगर मोदी सरकार ने आरबीआई के पास मौजूद साढ़े नौ लाख करोड़ में से केंद्र सरकार 3.6 लाख करोड़ लेती है तो इससे निवेशकों का हौसला टूट जाएगा।

कांग्रेस नेता ने कहा कि अर्जेंटीना में एक बार ऐसा यह हुआ था। नतीजा, आज तक वहां की अर्थव्यवस्था पटरी पर नहीं लौट सकी है। ग़लत नीतियों के कारण सरकार का खर्च बढ़ रहा है।

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ग़ौरतलब है कि मोदी सरकार ने आरबीआई से 3.6 लाख करोड़ की मांग की थी। वित्त मंत्रालय के मुताबिक, आरबीआई के पास ज़रुरत से ज़्यादा रिज़र्व कैपिटल है।

इस रिज़र्व कैपिटल का सरकार बैंकों की स्थिति में सुधार लाने तथा बैंकों द्वारा नए लोन देने में कर सकती है। हालांकि आरबीआई ने सरकार के इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया है।

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