
चुनावी जनसभाओं में प्रधानमंत्री मोदी की गिरती भाषा पर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को मेरी सलाह है कि उन्हें संयम बरतते हुए प्रधानमंत्री पद की गरिमा बरकरार रखनी चाहिए।
बीजेपी शासित राज्यों के साथ भेदभाव की बात पर मनमोहन सिंह ने कहा कि मैंने अपने कार्यकाल में कभी किसी राज्य के साथ भेदभाव नहीं किया।
दरअसल पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह कांग्रेस नेता मनीष तिवारी की पुस्तक फेबल्स ऑफ फ्रैक्चर्ड टाइम्स के विमोचन के लिए पहुंचे हुए थे। जहां उन्होंने पीएम मोदी के उन सारे दावों को ख़ारिज दिया जो आजकल चुनावी जनसभाओं में बोली जा रही है।
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पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं पीएम मोदी को ऐसे वक़्त में सलाह देना चाहता हूँ कि जब चुनाव में भाषा का स्तर लगातार गिरता जा रहा है। पत्रकारों ने जब मनमोहन सिंह से पूछा की क्या आपके बीजेपी शासित राज्यों के साथ कैसे संबंध थे तो उन्होंने दो टूक में जवाब देते हुए कहा कि मेरे संबंध बहुत अच्छे हुआ करते थे।
My advice to PM is that he should exercise due restraint becoming of the office of PM.When he goes to states which are ruled by parties other than his,I think,has an obligation not to use the type of language which has now become a common practice:Former PM Manmohan Singh (26.11) pic.twitter.com/Dn0hrCDWza
— ANI (@ANI) November 26, 2018
उन्होंने कहा कि मेरे संबंध कैसे थे इसकी पुष्टि खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह से की जा सकती है क्योंकि मैंने कभी भी किसी बीजेपी शासित राज्यों के साथ कोई भेदभाव नहीं किया।
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उन्होंने कश्मीर पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि कश्मीर में जो कुछ भी हो रहा है वो उन पीड़ाओं का संकेत है जिनका कारण इन दोनों देशों के बीच खराब संबंध हैं।
The prime minister of a country must set an example. He is the prime minister for all the citizens of our country and his conduct must be worthy and consistent with that obligation that he/she has as prime minister: Former PM Manmohan Singh (26.11) #Delhi pic.twitter.com/Q32ut8k4Lz
— ANI (@ANI) November 26, 2018
बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी की चुनावी जनसभा में भाषाई गरिमा का स्तर गिर जाता है। वो नेहरु से लेकर मनमोहन सिंह जैसे पूर्व प्रधानमंत्रियों से उनके कार्यकाल में किये कामों का हिसाब मांगते हुए नज़र आते है यही वजह है की उनकी इस बात पर आलोचना भी खूब होती है।