शहीद हेमंत करकरे पर बीजेपी नेता साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर के अपमानजनक बयान की आईपीएस एसोसिएशन ने आलोचना की है। आईपीएस एसोसिएशन ने कहा कि बहादुर शहीद आईपीएस के अपमान की हम निंदा करते हैं।
आईपीएस एसोसिएशन के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से शुक्रवार को लिखा गया, “अशोक चक्र से सम्मानित आईपीएस श्री हेमंत करकरे ने आतंकवादियों से लड़ते हुए सर्वोच्च बलिदान दिया। हम वर्दी वाले एक उम्मीदवार द्वारा दिए गए अपमानजनक बयान की निंदा करते हैं और मांग करते हैं कि हमारे सभी शहीदों के बलिदान का सम्मान किया जाए”।
Ashok Chakra awardee late Sri Hemant Karkare, IPS made the supreme sacrifice fighting terrorists. Those of us in uniform condemn the insulting statement made by a candidate and demand that sacrifices of all our martyrs be respected.
— IPS Association (@IPS_Association) April 19, 2019
आईपीएस एसोसिएशन ने अपने ट्वीट में शहीद हेमंत करकरे के अपमान की आलोचना तो की, लेकिन अपनी इस आलोचना में एसोसिएशन ने कहीं भी साध्वी प्रज्ञा या बीजेपी का नाम नहीं लिया। इसपर आम आदमी पार्टी के विधायक सौरभ भारद्वाज ने प्रतिक्रिया दी है।
साध्वी प्रज्ञा पर भड़की IPS एसोसिएशन, कहा- शहीद हेमंत करकरे के अपमान की हम निंदा करते है
उन्होंने आईपीएस एसोसिएशन के ट्वीट को शेयर करते हुए लिखा, “अगर एक आतंकी और उसकी राजनीतिक पार्टी का नाम आईपीएस एसोसिएशन द्वारा नहीं लिया जा सकता तो टॉप मैन (पीएम मोदी) के ख़ौफ़ की कल्पना करें”।
If a terrorist & it's political party cannot be even named by @IPS_Association , just imagine the terror of top man. https://t.co/fRHQzoBTlZ
— Saurabh Bharadwaj (@Saurabh_MLAgk) April 19, 2019
बता दें कि साध्वी प्रज्ञा ने भोपाल में कहा था कि उन्हें (हेमंत करकरे) उनके कर्मों की सजा मिली है, क्योंकि उन्होंने मुझे गलत तरीके से फंसाया था। साध्वी ने कहा था, “मैंने उसे कहा था तेरा सर्वनाश होगा, उसने मुझे गालियां दी थीं। जिस दिन मैं गई तो उसके यहां सूतक लगा था और जब उसे आतंकियों ने मारा तो सूतक खत्म हुआ”।
साध्वी प्रज्ञा को भारतीय जनता पार्टी ने भोपाल से मैदान में उतारा है। यहां उनका मुकाबला कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह से है। हालांकि आतंकवाद के केस में आरोपी साध्वी प्रज्ञा को टिकट दिए जाने पर ऐतराज़ जताया जा रहा है। विरोधी दल के नेता और मालेगांव ब्लास्ट के पीड़ित परिवार साध्वी की उम्मीदवारी रद्द किए जाने की अपील कर रहे हैं।
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साध्वी प्रज्ञा ठाकुर साल 2008 के मालेगांव ब्लास्ट केस की मुख्य आरोपी रही हैं। वह इस केस में 9 सालों तक जेल में भी रही हैं। फिलहाल वो जमानत पर हैं। इस धमाके में 7 लोगों की मौत हो गई थी और करीब 80 लोग जख्मी हुए थे।