वाराणसी लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रत्याशी तेजबहादुर यादव की उम्मीदवारी रद्द किए जाने पर सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण ने तीखी प्रतिक्रिया दी है।
उन्होंने चुनाव आयोग और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घेरते हुए ट्विटर के ज़रिए कहा, “चुनाव आयोग ने मोदी के खिलाफ खड़े बीएसएफ जवान से पूछा कि वह कैसे चुनाव लड़ सकते हैं, जबकि वह जवानों के लिए खराब खाने की शिकायत करने के मामले में सेवा से बर्खास्त हैं!”
चुनाव आयोग ने तेजबहादुर का नामांकन किया रद्द, बोले- इस अन्याय के खिलाफ हम SC जाएंगे
प्रशांत भूषण ने कहा, “ये पूरी तरह से अवैध है, क्योंकि कानून के तहत बर्खास्त लोगों को चुनाव लड़ने से नहीं रोका जा सकता”। उन्होंने कहा, “ये दिखाता है कि मोदी जवान से डरे हुए हैं!”
EC asks BSF Jawan pitted against Modi, how he can contest since he has been dismissed from service(complaining about poor food for Jawans)! Totally illegal,as there's no bar under law barring dismissed people from contesting. Shows Modi is scared of Jawan! https://t.co/urUEtdL2eN
— Prashant Bhushan (@pbhushan1) May 1, 2019
वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री एवं आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, “इतिहास में ऐसे कम मौक़े होंगे जब उस देश का जवान अपने PM को चुनौती देने को मजबूर हो। पर इतिहास में ये पहला मौक़ा है कि एक PM एक जवान से इस क़द्र डर जाए कि उसका मुक़ाबला करने की बजाए तकनीकी ग़लतियाँ निकाल कर नामांकन रद्द करा दे”।
उन्होंने नामांकन रद्द किए जाने को तेजबहादुर की जीत बताते हुए आगे कहा, “मोदी जी, आप तो बहुत कमज़ोर निकले। देश का जवान जीत गया”।
इतिहास में ऐसे कम मौक़े होंगे जब उस देश का जवान अपने PM को चुनौती देने को मजबूर हो
पर इतिहास में ये पहला मौक़ा है कि एक PM एक जवान से इस क़द्र डर जाए कि उसका मुक़ाबला करने की बजाए तकनीकी ग़लतियाँ निकाल कर नामांकन रद्द करा दे
मोदी जी, आप तो बहुत कमज़ोर निकले। देश का जवान जीत गया https://t.co/Bwb9qJEmyf
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) May 1, 2019
बता दें कि तेजबहादुर का नामांकन रद्द किए जाने पर यह दलील दी गई है कि उन्होंने बीएसएफ से बर्खास्तगी की दो अलग-अलग जानकारी दी थी। वाराणसी के रिटर्निंग ऑफिसर ने उन्हें इस संबंध में नोटिस भेजकर बुधवार तक जवाब तलब किया था।
तेज बहादुर से नोटिस में कहा गया था कि वह बीएसएफ से एनओसी लेकर आएं, जिसमें यह साफ किया गया हो कि उन्हें किस वजह से नौकरी से बर्खास्त किया गया था।
इस देश का PM एक जवान से डर गया, खुद को कमजोर पड़ता देख तेज बहादुर का नामांकन रद्द करवा दिया
गौरतलब है कि जबसे तेज बहादुर यादव को समाजवादी पार्टी ने अपना उम्मीदवार बना दिया है तबसे देशभर में उन्हें लाखों लोगों का समर्थन मिल रहा है और ये सब देखकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पूरी तरह से घबराई हुई है क्योंकि एक बहस छिड़ गई है कि वाराणसी में चुनाव कथित चौकीदार बनाम असली चौकीदार हो गया है।
तेज बहादुर यादव के लिए लोगों का समर्थन देखकर बीजेपी तरह-तरह के हथकंडे अपना रही है इसीलिए चुनाव आयोग के जरिए तेज बहादुर यादव के नामांकन रद्द करवाने का भी आरोप बीजेपी पर ही लग रहे हैं।