
देश की मौजूदा राजनीति में भाषाई स्तर काफी नीचे पहुँच चुका है। इसका जीता जागता उदाहारण है बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय का ट्वीट जिसमें उन्होंने सैटरडे मोटिवेशन देने के चक्कर में नकारात्मक विचार पेश किये।
उन्होंने लिखा ‘विदेश स्त्री से उत्पन संतान कभी देशहित और राष्ट्र प्रेम का अनुगामी नहीं हो सकता है।’
ज़ाहिर सी बात है ये बयान किसी और के लिए नहीं बल्कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के लिए था। क्योंकि बीजेपी नेताओं की ये पुरानी आदत रही है कि वो यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी के विदेशी मूल के होने का मुद्दा उठाती रही है।
खुद बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने एक बार अपने बयान में कहा था कि इटली में चुनाव हो रहें है वहां राहुल जी को जाना चाहिए।
हालाकिं कैलाश विजयवर्गीय ने ट्वीट को डिलीट कर दिया। मगर इन्टरनेट के इस दौर में स्क्रीनशॉट तो ले ही लिए जाते है।
बीजेपी नेता ने इस ट्वीट पर अभी तक कोई माफ़ी भी नहीं मांगी है, वहीँ कांग्रेस प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने इस बयान की वजह मध्यप्रदेश में मिली हार बताई है।
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प्रियंका ने लिखा, इनको तो मानसिक इलाज की ज़रूरत है, मध्य प्रदेश में हुई हार की चोट गहरी है! ऐसी दूषित मानसिकता से ग्रस्त लोगों को सनमती दे भगवान।
बता दें कि कांग्रेस ने हाल के विधानसभा चुनावों में बीजेपी को कड़ी टक्कर देते हुए तीन राज्यों में जीत हासिल की है।
मध्यप्रदेश में शिवराज सिंह चौहान को पिछले 3 बार से जीतते आ रहें थे फिर कांग्रेस ने कड़ी टक्कर देते हुए उन्हें हराया है। शायद यही वजह है बीजेपी नेता अब राष्ट्र प्रेम और देशभक्ति जैसी बात सोशल मीडिया पर लिखने लगे है।