
दूसरी पार्टियों पर जातिगत राजनीति करने का आरोप लगाने वाली बीजेपी अब भगवान को भी जाति में बांटती नज़र आ रही है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दलित वोटरों को अपनी ओर खींचने के लिए भगवान हनुमान को दलित बताया है।
योगी ने बुधवार को राजस्थान के अलवर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि, “बजरंगबली एक ऐसे लोक देवता हैं जो स्वयं वनवासी हैं, गिरवासी हैं, दलित हैं और वंचित हैं।”
भाजपा का योगी आदित्यनाथ के ज़रिए इस तरह का बयान दिलवाना जातिगत राजनीति का अबतक का सबसे निम्न और अजीब बयान है। अभी तक भाजपा दलितों को मारती-पीटती थी, लेकिन अब भगवान हनुमान के ज़रिये दलितों को साधने में लगी है।
भगवान राम के नाम पर ठगने वाले RSS-BJP के मक्कार नेता अब वोटों के लिए हनुमान की भी जात बता रहे हैं : SP नेता
योगी ने वोट मांगने के लिए अपने भाषण का स्तर इतना नीचे गिरा दिया कि उन्होंने भगवान को भी जाति में घसीट लिया।
योगी के इस बयान की विपक्षी नेताओं से लेकर देश की कई मशहूर हस्तियों ने आलोचना की है। अब इसी फेहरिस्त में बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं आरजेडी नेता तेजस्वी यादव का नाम भी जुड़ गया है।
उन्होंने कहा कि भगवान की जाति बताने वाले योगी 19 राज्यों में बीजेपी के मुख्यमंत्रियों की जाति बताएं।
विकास खोजने में फेल हुई भाजपा ने ढूंढ ली भगवान की भी जाति, योगी बोले- दलित थे ‘हनुमान’
तेजस्वी ने ट्वीट कर लिखा, “हनुमान जी की जाति बताने वाले UP सीएम अजय सिंह बिष्ट से पूछना चाहिए कि BJP शासित 19 राज्यों के मुख्यमंत्रियों की जाति क्या है? क्या कोई दलित BJP का मुख्यमंत्री है? अगर कोई दलित बीजेपी से CM नहीं है तो इसका मतलब योगीनुसार बीजेपी बजरंग बली हनुमान जी का भी सम्मान नहीं करती। शर्मनाक”!
हनुमान जी की जाति बताने वाले UP सीएम अजय सिंह बिष्ट से पूछना चाहिए कि BJP शासित 19 राज्यों के मुख्यमंत्रियों की जाति क्या है?
क्या कोई दलित BJP का मुख्यमंत्री है? अगर कोई दलित बीजेपी से CM नहीं है तो इसका मतलब योगीनुसार बीजेपी बजरंग बली हनुमान जी का भी सम्मान नहीं करती। शर्मनाक!
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) November 29, 2018